इंदौर में दूल्हे द्वारा शादी से 8 दिन पहले दूर की रिश्ते में अपनी भाभी से दुष्कर्म का मामला सामने आया है । इस गलत काम में दूल्हे की बहन मददगार बनी । महिला शादी समारोह में शामिल होने आई थी । शादी के तीन दिन बाद ही पुलिस ने दूल्हे और उसकी बहन को गिरफ्तार कर लिया । कोर्ट ने दोनों को जेल भेज दिया । घटना इंदौर से लगे सांवेर थाना क्षेत्र के जेतपुरा गांव की है । गांव के अनिल पुत्र जुगल ( 28 ) की 16 जुलाई को शादी थी । इसमें शामिल होने के लिए धार की रहने वाली एक महिला अपने पति के साथ 7 जुलाई को जेतपुरा आई थी । वह दूर के रिश्ते में भाभी लगती है । शादी से पहले अनिल ने महिला के साथ कई बार दुष्कर्म किया । पीड़िता ने बताया कि आरोपी अनिल उसके मामा ससुर का लड़का है । पीड़िता ने बताया कि शादी के बाद मैं अपने घर चली गई । दुष्कर्म के बाद से मेरी तबीयत खराब रहने लगी । जब मैं अपने घर पहुंची तो मैंने पूरे घटना की जानकारी अपने पति को दे दी । सोमवार को मैं अपने पति के साथ सांवेर थाना पहुंची । यहां दूल्हे अनिल और उसकी बहन के खिलाफ FIR दर्ज कराई । पुलिस ने मंगलवार को दोनों को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया , जहां से कोर्ट ने दोनों को जेल भेज दिया ।
जब धरती से प्रकट हुए थे भगवान शिव और महाकाल मंदिर का ऐसे हुआ निर्माण Ujjain Mahakal Mandir Ki Kahani
मध्यप्रदेश की धार्मिक राजधानी यानी अवंतिका , उज्जैयिनी समेत कई नामों से प्रसिद्ध शहर उज्जैन । जहां भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग है । मां शिप्रा के तट पर बसा हुआ शहर अपनी धार्मिक मान्यताओं के लिए जाना जाता है । उज्जैन को भगवान महाकाल की नगरी कहते हैं । शिव पुराण के अनुसार उज्जैन में बाबा महाकाल का मंदिर काफी प्राचीन है । इस मंदिर की स्थापना द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण के पालन करता नंद जी की 8 पीढ़ी पूर्व हुई थी । जैसा कि आप सभी जानते होंगे कि 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक इस मंदिर में दक्षिण मुखी होकर विराजमान है । महाकाल मंदिर के शिखर के ठीक ऊपर से कर्क रेखा गुजरी है । इसी वजह से इसे धरती का नाभि स्थल भी माना जाता है । उज्जैन के राजा प्रद्योत के काल से लेकर ईसवी पूर्व दूसरी शताब्दी तक महाकाल मंदिर के अवशेष प्राप्त होते हैं । महाकालेश्वर मंदिर से मिली जानकारी के अनुसार ईस्वी पूर्व छठी सदी में उज्जैन के राजा चंद्रप्रद्योत ने महाकाल परिसर की व्यवस्था के लिए अपने बेटे कुमार संभव को नियुक्त किया था । 14 वीं और 15 वीं सदी के ग्रंथों में महाकाल का उल्ल...
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