माधव नगर थाना क्षेत्र के फ्रीगंज इलाके में शुक्रवार को लॉकडाउन के दौरान रंजिशन युवक को गोली मार दी गई । युवक थोड़ी दूर तक बाइक से गया फिर सड़क पर गिर गया । लहूलुहान हालत में युवक को देख भीड़ लग गई । घायल लोगों से अस्पताल पहुंचाने की गुहार लगाता रहा , लेकिन लोग वीडियो बनाते रहे । किसी ने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी अपलोड कर दिया । सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची , तब उसे अस्पताल पहुंचाया गया । पुलिस के मुताबिक माधव नगर अस्पताल के सामने स्थित APM चेंबर के पास कीर्ति नगर निवासी लोकेश उर्फ काजू पिता रामचंद्र ठाकुर को शाम करीब 6 बजे के बाद आयुष उर्फ बच्चा ने पिस्टल से गोली मार दी । आरोपी ने दो फायर किए , जिसमें से एक गोली लोकेश के पेट में लगी । घटना के समय लोकेश फ्रीगंज में बाइक पर बैठा था । गोली लगते ही लोकेश बाइक लेकर जीरो पॉइंट ब्रिज से होता हुआ दरगाह मंडी चौराहे पर पहुंचा । जहां वह अचेत होकर सड़क पर जा गिरा । उसे गिरता देख मौके पर भीड़ लग गई । अस्पताल ले जाने की कहता रहा घायल इसके बाद भीड़ का शर्मनाक चेहरा सामने आया । असल में , घायल का वीडियो वायरल हुआ है , जिसमें घायल लोकेश सड़क पर खून में लथपथ पड़ा है । वह वीडियो बनाने में मशगूल भीड़ से अस्पताल ले जाने की गुहार लगा रहा है ,लेकिन लोग उसकी कहानी सुनने रहे हैं । वहीं , एक तो पैरों से इशारे कर ये बताने में लगा है कि गोली किस हिस्से में लगी है । इधर , जैसे - तैसे पुलिस ने घायल को जिला अस्पताल भिजवाया । पुरानी रंजिश में हमला माधव नगर अस्पताल के सामने गोलियों की आवाज से अफरा - तफरी मच गई । बताया जा रहा है , आयुष के साथ उसका साथी भी था । जो आयुष के साथ भाग निकला । वहीं , घायल लोकेश के साथ भी एक युवक था । गोली चलते ही वह युवक भी बाइक छोड़कर भाग निकला । पुलिस ने बाइक को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है । एएसपी अमरेंद्र सिंह ने बताया , आरोपियों और घायल के बीच रंजिश चल रही थी । इसे लेकर ही हमला हुआ है । आरोपी आयुष के दो अन्य गाड़ियों पर उसके साथी भी आए थे , उनकी भी जांच की जा रही है ।
जब धरती से प्रकट हुए थे भगवान शिव और महाकाल मंदिर का ऐसे हुआ निर्माण Ujjain Mahakal Mandir Ki Kahani
मध्यप्रदेश की धार्मिक राजधानी यानी अवंतिका , उज्जैयिनी समेत कई नामों से प्रसिद्ध शहर उज्जैन । जहां भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग है । मां शिप्रा के तट पर बसा हुआ शहर अपनी धार्मिक मान्यताओं के लिए जाना जाता है । उज्जैन को भगवान महाकाल की नगरी कहते हैं । शिव पुराण के अनुसार उज्जैन में बाबा महाकाल का मंदिर काफी प्राचीन है । इस मंदिर की स्थापना द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण के पालन करता नंद जी की 8 पीढ़ी पूर्व हुई थी । जैसा कि आप सभी जानते होंगे कि 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक इस मंदिर में दक्षिण मुखी होकर विराजमान है । महाकाल मंदिर के शिखर के ठीक ऊपर से कर्क रेखा गुजरी है । इसी वजह से इसे धरती का नाभि स्थल भी माना जाता है । उज्जैन के राजा प्रद्योत के काल से लेकर ईसवी पूर्व दूसरी शताब्दी तक महाकाल मंदिर के अवशेष प्राप्त होते हैं । महाकालेश्वर मंदिर से मिली जानकारी के अनुसार ईस्वी पूर्व छठी सदी में उज्जैन के राजा चंद्रप्रद्योत ने महाकाल परिसर की व्यवस्था के लिए अपने बेटे कुमार संभव को नियुक्त किया था । 14 वीं और 15 वीं सदी के ग्रंथों में महाकाल का उल्ल...
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