• माधवनगर अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 5 मौत • प्रबंधन ने पल्ला झाड़ा , कहा- लंग्स इंफेक्शन से मौत हुई उज्जैन में बुधवार रात माधव नगर अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते 5 मरीजों ने दम तोड़ दिया । इसमें भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेंद्र शेरे भी शामिल थे । इससे गुस्साए समर्थकों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया । पुलिस से धक्का - मुक्की की और विकास प्राधिकरण के सीईओ सुजान सिंह रावत को भी मारने के लिए पहुंचे । अधिकारी ने खुद को कमरे में बंद कर लिया तो लोगों ने लात मारकर दरवाजा तोड़ दिया । रावत अस्पताल के प्रभारी भी हैं । उधर , रावत के मुताबिक जिन मरीजों की मौत हुई है , उन सभी को लंग्स में इंफेक्शन था । ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत नहीं हुई । वहीं , गुरुवार शाम भी भाजपा कार्यकर्ता अस्पताल पहुंचकर चेहरे पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करने लगे । साथ ही , मौत के लिए जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की । परिजन का आरोप , ऑक्सीजन की कमी से मौत अस्पताल में 123 मरीज भर्ती हैं । इनमें से 60 फीसदी मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है । बुधवार को आपूर्ति नहीं होने से रात करीब 12 बजे ऑक्सीजन की कमी होने लगी थी । केवल आधे घंटे तक मरीजों को दी जा सकने जितनी ऑक्सीजन बची थी । इस बीच बीजेपी के मंडल अध्यक्ष जितेंद्र शेरे ने सोशल मीडिया ग्रुप पर मैसेज डाला कि माधव नगर अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने से मरीजों की जान खतरे में है । ये स्टेटस देर रात 11.50 बजे डाला गया । इसके बाद एक के बाद एक 5 मरीजों की जान चली गई । जितेंद्र की पत्नी ने आरोप लगाया कि कल तक सब ठीक था । रात को बात भी हुई । उन्होंने ही बताया कि ऑक्सीजन खत्म हो रही है , जान खतरे में है । डॉक्टर ने कहा -8 की मौत हुई उज्जैन में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों के कारण शहर में ऑक्सीजन की कमी होने लगी है । माधव नगर अस्पताल के पूर्व प्रभारी डॉ . भोजराज शर्मा ने बताया कि पिछले 36 घंटे में माधव नगर अस्पताल में 8 से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है । यह सभी मौत लंग्स में इंफेक्शन के कारण हुई । डॉ . शर्मा ने यह मानने से इनकार किया कि ऑक्सीजन की कमी के चलते इन मरीजों की जान गई । बीजेपी कार्यकर्ताओं ने की गुंडागर्दी मंडल अध्यक्ष जितेंद्र की मौत से गुस्साए बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने पहले तो माधव नगर अस्पताल में पत्थर फेंके और फिर पुलिसकर्मियों के साथ झूमाझटकी की । करीब 20 मिनट तक अस्पताल में अराजकता का माहौल बना रहा । उधर , बीजेपी के नेता ओम जैन ने अपने कार्यकर्ताओं की गलती से इंकार कर दिया और ऐसी किसी भी घटना से अनभिज्ञता जाहिर कर दी ।
जब धरती से प्रकट हुए थे भगवान शिव और महाकाल मंदिर का ऐसे हुआ निर्माण Ujjain Mahakal Mandir Ki Kahani
मध्यप्रदेश की धार्मिक राजधानी यानी अवंतिका , उज्जैयिनी समेत कई नामों से प्रसिद्ध शहर उज्जैन । जहां भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग है । मां शिप्रा के तट पर बसा हुआ शहर अपनी धार्मिक मान्यताओं के लिए जाना जाता है । उज्जैन को भगवान महाकाल की नगरी कहते हैं । शिव पुराण के अनुसार उज्जैन में बाबा महाकाल का मंदिर काफी प्राचीन है । इस मंदिर की स्थापना द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण के पालन करता नंद जी की 8 पीढ़ी पूर्व हुई थी । जैसा कि आप सभी जानते होंगे कि 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक इस मंदिर में दक्षिण मुखी होकर विराजमान है । महाकाल मंदिर के शिखर के ठीक ऊपर से कर्क रेखा गुजरी है । इसी वजह से इसे धरती का नाभि स्थल भी माना जाता है । उज्जैन के राजा प्रद्योत के काल से लेकर ईसवी पूर्व दूसरी शताब्दी तक महाकाल मंदिर के अवशेष प्राप्त होते हैं । महाकालेश्वर मंदिर से मिली जानकारी के अनुसार ईस्वी पूर्व छठी सदी में उज्जैन के राजा चंद्रप्रद्योत ने महाकाल परिसर की व्यवस्था के लिए अपने बेटे कुमार संभव को नियुक्त किया था । 14 वीं और 15 वीं सदी के ग्रंथों में महाकाल का उल्ल...
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