CBSE के बाद शिवराज सरकार ने 12 वीं एमपी बोर्ड एग्जाम रद्द कर दी । यह तय गया है कि एमपी बोर्ड में भी बारहवीं का कोई स्टूडेंट फेल नहीं होगा । पर नतीजे तैयार कैसे होंगे , इसे लेकर भास्कर ने एक्सपर्ट्स से बात की । उनका कहना है कि मध्यप्रदेश में रिजल्ट के लिए आंतरिक मूल्यांकन के साथ 10 वीं या पिछली तीन परीक्षाओं के नतीजों को आधार बनाया जा सकता है । 10 वीं में जिस तरह से परीक्षा निरस्त होने पर तिमाही , छमाही और सालाना प्रोजेक्ट के अंकों को आधार बनाकर रिजल्ट तैयार कराया , उसी तरह 12 वीं में रिजल्ट बनाने पर विचार हो रहा है । यह हो सकते हैं रिजल्ट तैयार करने के तरीके . नौवीं , 10 वीं और 11 वीं के वार्षिक अंकों के आधार पर 12 वीं का रिजल्ट बन सकता है । दसवीं के साथ 12 वीं की त्रैमासिक और अर्द्ध वार्षिक परीक्षा के प्रदर्शन के आधार पर । . . इस साल जो परीक्षा दी हैं , उसमें त्रैमासिक , अर्द्धवार्षिक परीक्षा के नतीजे के आधार पर । डेटा का सोर्स पिछली परीक्षाएं ही रहेंगी : एक्सपर्ट गई । खुद एजुकेशन एक्सपर्ट डॉ . अवनीश पाण्डेय कहते हैं कि परीक्षा रद्द कर स्टूडेंट्स की पास - फेल की दुविधा खत्म हो को पास मानते हुए आगे की तैयारी में लग जाना चाहिए । 12 वीं में उन्हें जो अंक मिलने वाले हैं , वे पिछली परीक्षा और टीचर के आंकलन के आधार पर मिलेंगे । तरीके अलग हो सकते हैं पर डेटा का सोर्स यही रहेगा ।
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